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डायबिटीज में भारत दूसरे नंबर पर

ईशा भाटिया (पीटीआई)२६ नवम्बर २०१४

भारत मधुमेह को ले कर रिकॉर्ड बनाता दिख रहा है. देश में डायबटीज के छह करोड़ से ज्यादा मामले हैं. इससे ज्यादा मामले केवल चीन में हैं.

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तस्वीर: Fotolia/Zsolt Biczó

दुनिया भर में करीब 35 करोड़ लोग मधुमेह का शिकार हैं. इनमें से करीब 6.3 करोड़ अकेले भारत में हैं. स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने राज्य सभा में कहा कि इस मामले को संजीदगी से लिया जा रहा है और कैंसर, स्ट्रोक और डायबिटीज की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम को सभी राज्यों में लागू कर दिया गया है.

राज्य सभा में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "11वीं पांच वर्षीय योजना में 21 राज्यों के 100 जिले केंद्र में थे. 12वीं पांच वर्षीय योजना में देश के सभी राज्यों को इसमें शामिल कर लिया गया है." उन्होंने कहा कि मधुमेह के इलाज और रोकथाम के लिए जिला अस्पतालों और कम्यूनिटी हेल्थ सेंटरों में सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के अनुसार 2030 तक डायबिटीज लोगों की मौत का सातवां सबसे बड़ा कारण होगा. चीन में डायबिटीज के करीब साढ़े नौ करोड़ मामले हैं. एक ताजा शोध के अनुसार खाने में नियमित रूप से दही का सेवन करने से टाइप टू डायबिटीज में मदद मिल सकती है. इस तरह का मधुमेह तब होता है जब शरीर की इंसुलिन पैदा करने क्षमता खत्म हो जाती है. यही वजह है कि मधुमेह के शिकार लोगों को इंसुलिन के इंजेक्शन लेने पड़ते हैं.

डायबिटीज का असर ब्लड प्रेशर, दिल और आंखों पर भी पड़ सकता है. मोटापे के शिकार लोगों में अक्सर डायबिटीज भी पाया जाता है.