तेज तर्रार जर्मन चांसलर
दुनिया भर के कार्टूनिस्टों ने यूरो संकट और अंगेला मैर्केल को कार्टूनों में उतारा है. अधिकतर में एक ही मुद्दा है, पैसा.. देखें तस्वीरों में
जर्मनी की दुविधा
भारत में भी यूरो संकट की चर्चा है. एशिया के आर्थिक विकास पर यूरोपीय अर्थव्यवस्था के गिरने से काफी असर हुआ. यूरोपीय संघ में सिर्फ जर्मनी ही खुद को बचा पाया. अंगेला मैर्केल किस किस को लाइफगार्ड से बचाएंगी? कार्टूनः टीजीवी मेनन, कक्कानाड केरल, भारत
रिंग मास्टर
सभी उनके कमांड पर चलते हैं. ग्रीस और स्पेन अंगेला मैर्केल की अंगुलियों पर नाच रहे हैं. इटली के बख्तरबंद ढीले हो चुके हैं और बहुत आशंका है कि पुर्तगाल भी संकट में पड़ जाए. दक्षिणी यूरोप के देशों का मानना है कि यूरो बचाने के लिए बचत कराने वाली अंगेला मैर्केल ही हैं. कार्टूनः नोनाडा मैगजीन, स्पेन
एथेंस में दोस्त नहीं
ग्रीस में मैर्केल को बिलकुल पसंद नहीं किया जाता. वहां की जनता मैर्केल को देश की खराब अर्थव्यवस्था और गरीबी का जिम्मेदार ठहराती है. चांसलर के जेलर के तौर पर बना यह कार्टून बहुत ही सौम्य है. अक्सर उन्हें खून पीने वाले वैंपायर, या हिटलर की मूंछ के साथ दिखाया जाता है. कार्टूनः टू पैरोन, एथेंस
कयामत के चार सवार
यूरोपीय सेंट्रल बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोला सारकोजी और मैर्केल यूरोप के गुल्लकों पर सवार. कार्टूनः रोड्रिगो डे माटोस, डेली एक्सप्रेसो लिस्बन, पुर्तगाल
तालिबान की चाल में
अफगानिस्तान में कई लोगों का मानना है कि मैर्केल बहुत ही भोली हैं. चांसलर इलाके की शांति की उम्मीद करती हैं और राष्ट्रपति करजई की अनुमति से तालिबान से हथियार खरीदती हैं. लेकिन तालिबान नई सप्लाई पाकिस्तान से लेता रहता है. कार्टूनः शाहिद अतीकुल्लाह, काबुल, अफगानिस्तान
यस, शी कैन
अमेरिका में माना जाता है कि मैर्केल ऐसी चांसलर हैं जिन्होंने अपने देश को सफलता की राह पर बनाए रखा है. अमेरिकी कार्टूनिस्ट और राष्ट्रपति ओबामा को आश्चर्य है कि उनका देश कैसे विकास कर रहा है जबकि पूरा यूरोप आर्थिक संकट से जूझ रहा है. कार्टूनः बॉब एंगलहार्ट, द हार्टफर्ड कुरौं, अमेरिका
कूटनीतिक कला
अंतरराष्ट्रीय मंच पर नेता साफ साफ नहीं कर सकते कि वह दूसरे राष्ट्राध्यक्षों के बारे में नहीं सोचते. कई रूसी अपने राष्ट्रपति पुतिन को मैर्केल की ही तरह का मानते हैं. हालांकि मैर्केल की पुतिन राज में कोई भूमिका नहीं. कार्टूनः फेसबुक, रूस
मैर्केल नहीं, कारें
अरब देश पिछले दो साल से क्रांति और गृह युद्ध झेल रहे हैं. जर्मन चांसलर का उसमें कोई योगदान नहीं. लेकिन कुछ पुरुषों का ये मानना जरूर है कि कोई औरत सरकार चलाए ही क्यों. वहां मैर्केल की बजाए यहां की कारें या मेड इन जर्मनी उत्पाद देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. कार्टूनः फेसबुक, मिस्र
जरूरी चुनाव
उनका गंभीर और समझदार व्यवहार मतदाता काफी पसंद करते हैं. लोग यूरो संकट, ड्रोन स्कैंडल या एनएसए जासूसी स्कैंडल के लिए उनकी पार्टी को तो जिम्मेदार ठहराते हैं लेकिन मैर्केल को नहीं. वह प्रतिद्वंद्वी श्टाइनब्रुक के लिए बड़ी चुनौती हैं. कार्टूनः मेन पोस्ट, जर्मनी