1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बांग्लादेश में बौद्ध मंदिरों को फूंका

३० सितम्बर २०१२

बांग्लादेश में असाधारण बौद्ध विरोधी हिंसक प्रदर्शन हुए. इस दौरान गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बौद्ध मंदिरों और कई घरों को आग लगा दी. ये विरोध इंटरनेट पर फोटो डालने के बाद शुरू हुए.

https://p.dw.com/p/16HpS
तस्वीर: AFP/Getty Images

मुसलमानों का कहना है कि इसने इस्लाम का अपमान किया है.

कोक्स बाजार के डीएसपी सलीम मोहम्मद जहांगीर ने बताया, "हमने हालात पर काबू कर लिया है और लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है."

कोक्स बाजार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सैनिकों और सीमा सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. जिस व्यक्ति पर इंटरनेट में फोटो डालने के आरोप हैं उसे और उसकी मां को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है.

इन हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं. फिलहाल बांग्लादेश में लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है.

दंगाइयों ने रामू और इसके आसपास के इलाकों के गांवों पर हमला किया. यह राजधानी ढाका से साढ़े तीन सौ किलोमीटर दूर है. जिला प्रशासक जोइनुल बाड़ी ने कहा, "वह अराजक हो गए और शनिवार रात से रविवार सुबह तक बौद्ध घरों को आग लगा दी और उनके मंदिर को नुकसान पहुंचाया."

Bangladesch Dhaka Anschlag Tempel
तस्वीर: Reuters

वहीं एक अन्य पुलिस अधिकारी रुमिया खातूम ने बताया कि दंगाइयों ने सबसे पहले रामू में बौद्ध मंदिर को आग लगाई. मंदिरों से उन्होंने मूर्तियों सहित कई महंगे सामान लूट लिए.

स्थानीय परिषद के सोहेल सरवर काजल ने कहा कि वह मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे हैं. "हम हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि तनाव खत्म हो जाए और समुदायों में फिर से शांति हो."

15 करोड़ 30 लाख लोगों के देश में बौद्ध धर्म को मानने वालों की संख्या एक फीसदी है. ये लोग मुख्य तौर पर देश के दक्षिण पूर्वी इलाकों में रहते हैं जो कि म्यांमार से लगा हुआ है.

म्यांमार में जातीय तनाव जून से जारी है. पश्चिमी राखिने राज्य में रोहिंग्या मुसलमानों और बौद्ध अनुयायियों के बीच तनाव है.

एएम/आईबी (रॉयटर्स, डीपीए)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी